जल के शुद्धिकरण में चारकोल का प्रयोग किस रूप में किया जाता है?

(A) विलायक
(B) अवशोषक
(C) स्कंदक
(D) अधिशोषक

Question Asked : SSC CHSL 2012

Answer : अधिशोषक

Explanation : जल के शुद्धिकरण में चारकोल का प्रयोग अधिशोषक रूप में किया जाता है। चारकोल या लकड़ी का कोयला एक काला-भूरा पदार्थ होता है जो कि लकड़ी अथवा हड्डियों का ऑक्सीजन अथवा जल की अनुपस्थिति में भंजन करके प्राप्त किया जाता है। चारकोल को जल के शुद्धिकरण हेतु एक अधिशोषक के रूप में प्रयोग किया जाता है। चूंकि चारकोल जल में उपस्थित अशुद्धियों का अधिशोषण कर लेता है।
सनद रहे कि प्रतियोगी परीक्षाओं में ​रसायन विज्ञान Chemistry GK से संबंधित ठोस, द्रव, गैस एवं गैस के नियम, रासायनिक संकेत, सूत्र तथा समीकरण, रासायनिक अभिक्रियाएं, रासायनिक गतिकी, तत्वों का अध्ययन, अक्रिय गैस, धातु एवं अधातु के प्रमुख यौगिक, प्रमुख वैज्ञानिक उपकरण, आविष्कार, आविष्कारक, अनुसंधान संस्थान तथा विज्ञान की प्रमुख शाखाएं आदि पर अनेक प्रश्न पूछे जाते है।
Tags : रसायन विज्ञान प्रश्नोत्तरी
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
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