Explanation : लाल रंग की तरंग दैर्ध्य सबसे अधिक होने के कारण, लाल रंग प्रकीर्णित नहीं होता है तथा सभी अन्य रंग प्रकीर्णित हो जाते हैं। इसलिये सूर्योदय तथा सूर्यास्त के समय सूर्य का रंग लाल दिखाई देता है। बता दे कि सूर्य की सफ़ेद किरणें सात रंगों बैंगनी, जामुनी, नीला, हरा, पीला, नारंगी और लाल रंगों से बनती है। दोपहर के समय तो ये किरणे सीधे धरती पर पड़ती हैं, लेकिन सुबह और शाम के समय उन्हें दोगुनी दूरी तय करनी होती है। इसलिए उनमे इतनी ऊष्मा नहीं रह जाती है की वे वास्तविक रंग में धरती तक पहुंच सके। सुबह और शाम के समय वातावरण में उपस्थित धूल, धुए और पानी की वाष्प के कारण सूर्य की किरणों से पीले, नारंगी और लाल रंगों को छोड़कर अन्य सभी रंग बिखर जाते हैं। जिसमें लाल रंग की रोशनी सबसे अधिक होती हैं, इसलिए सूर्य की किरणों में लालिमा होती हैं। और यही कारण है की सूर्योदय और सूर्यास्त के समय सूरज का रंग लाल होता हैं।
सनद रहे कि प्रतियोगी परीक्षाओं में भौतिक विज्ञान Physics GK से संबंधित सामान्य भौतिकी, ऊष्मा, तरंग गति और ध्वनि, प्रकाशिकी, स्थिर वैद्युतिकी, विद्युत धारा तथा चुम्बकत्व, आधुनिक भौतिकी, खगोलीय तथा अंतरिक्ष विज्ञान, प्रमुख वैज्ञानिक उपकरण, आविष्कार, आविष्कारक, अनुसंधान संस्थान, विज्ञान की प्रमुख शाखाएँ आदि पर अनेक प्रश्न पूछे जाते है।
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