किसी सिग्नल के तरंग रूप का अध्ययन किसके द्वारा किया जा सकता है?

(A) स्पेक्ट्रममापी
(B) कैथोड किरण दोलनदर्शी (ऑसिलोस्कोप)
(C) p-n जक्शन डायोड
(D) स्वरमापी/सोनीमीटर

Question Asked : [SSC मल्टी टॉस्किंग परीक्षा, 2013]

Answer : कैथोड किरण दोलनदर्शी (ऑसिलोस्कोप)

दोलनदर्शी एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है, जो किसी विभवांतर को समय के सापेक्ष अथवा किसी विभवांतर के सापेक्ष एक ग्राफ के रूप में प्रदर्शित करता है। विभिन्न संकेतों को देखने से परिपथ के काम करने के बारे में जानकारी प्राप्त होती है और पता चलता है कि कौन—सा अवयव खराब है। कैथोड किरण वाले दोलनदर्शी में एक निर्वात नलिका होती है। जिसमें इलेक्ट्रॉन गन और एक प्रदीप्त पटल होता है। ये नलिका पटल इलेक्ट्रॉनों की किरण को डालकर प्रकाश उत्सर्जित कर छवि निर्माण करने के प्रयोग में आता है। ये छवि किसी विद्युत संकेत तरंगरूप (दोलनदर्शी अथवा आसिलोस्कोप), छवि (दूदरर्शन या संगणक पटल) या तेजोन्वेष (राडार) के लक्ष्य दिखाने के लिए होती है।
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
करेंट अफेयर्स 2023 और नवीनतम जीके अपडेट के लिए GK Prashn Uttar YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें
Related Questions
Web Title : Kisi Signal Ke Tarang Roop Ka Adhyayan Kiske Dwara Kiya Ja Sakta Hai