मध्यकालीन भक्त-आंदोलनों के विकास तथा लोकप्रियता में महाराष्ट्र के संतों का महत्वपूर्ण योगदान है। ज्ञानेश्वर, हेमाद्रि और चक्रधर से आरंभ होकर रामदास, तुकाराम, नामदेव ने भक्ति पर बल दिया तथा एक भगवान की संतान होेने के नाते सबकी समानता के सिद्धांत को प्रतिष्ठित किया। महानुभाव संप्रदाय के संस्थापक चक्रधर थे। ज्ञानेवश्वर महाराष्ट्र में रहस्यवादी संप्रदाय के संस्थापक थे। यह संप्रदाय आगे चलकर विकसित हुआ तथा नामदेव, एकनाथ और तुकाराम के हाथों इसने विभिन्न रूप धारण किए। ज्ञानेश्वर ने मराठी भाषा में भगवतगीता पर ज्ञानेश्वरी नामक टीका (समीक्षा) लिखी जिसकी गणना संसार की सर्वोत्तम रहस्यवादी रचनाओं में की जाती है। एकनाथ का जन्म पैठण (औरंगाबाद) में हुआ था। प्रतिदिन कीर्तन (भक्तिगीत) गाना इनकी दिनचर्या थी। तुकाराम जनम से शूद्र थे और शिवाजी के समकालीन थे। तुकराम ने हिंदू मुस्लिम एकता पर बल दिया था बारकरी पंथ की स्थापना की। ....अगला सवाल पढ़े
Explanation : भारतीय राष्ट्रवाद के जनक राजा राममोहन राय (Raja Ram Mohan Roy) है। सामाजिक एवं धार्मिक आंदोलनों के सूत्रधार राजा राममोहन राय को भारत के नवजागरण का अग्रदूत, अतीत और भविष्य के मध्य सेतु, भारतीय राष्ट्रवाद के जनक, आधुनिक भारत के पित ...Read More
Explanation : भारतीय जागृति का जनक राजाराम मोहन राय (Raja Ram Mohan Roy) को कहा जाता है। इन्हें “आधुनिक भारत के निर्माता” और “आधुनिक भारत के पिता” और “बंगाल पुनर्जागरण के पिता” के नाम से भी जाना जाता था। राजाराम मोहन राय ने अगस्त, 1828 में कलक ...Read More
Explanation : हिटलर जर्मनी का चांसलर वर्ष 1933 में बना तथा इस पद पर वह 30 अप्रैल, 1945 (मृत्यु तक) तक रहा। हिटलर इतिहास के सबसे खतरनाक नेता माने जाते थे जिनके सामने पूरा विश्व कांपता था। हिटलर का जन्म 20 अप्रैल 1889 को ऑस्ट्रिया में हुआ था। ...Read More
Explanation : रामकृष्ण मिशन की स्थापना कलकत्ता के पास हुई थी। इसका मुख्यालय कोलकाता के निकट बेलुड़ में है और इसकी दुनिया में 179 शाखाएं है। रामकृष्ण मिशन की स्थापना 1 मई 1897 को रामकृष्ण परमहंस के परम् शिष्य स्वामी विवेकानन्द ने की। इस मिशन की ...Read More
Explanation : रामकृष्ण मिशन की स्थापना स्वामी विवेकानन्द ने 1 मई, 1897 को की थी, जो रामकृष्ण परमहंस के परम् शिष्य थे। इसका मुख्यालय कोलकाता के निकट बेलूर मठ में है। इस मिशन की स्थापना के केंद्र में वेदांत दर्शन का प्रचार-प्रसार है। रामकृष्ण मि ...Read More
Explanation : ब्रह्म समाज के संस्थापक राजा राममोहन राय थे। इन्होंने उर्दू एवं फारसी की शिक्षा पटना में रह कर प्राप्त की थी। राजा राममोहन राय के पश्चात केशवचंद्र सेन ने ब्रह्म समाज को आगे बढ़ाया। इनके प्रेरणा से पटना एवं गया में ब्रह्म समाज की श ...Read More
Explanation : जुलाई, 1931 में बिहार में समाजवादी दल का गठन जयप्रकाश नारायण, फूलन प्रसाद वर्मा एवं कुछ अन्य लोगों ने मिलकर किया था। इस पार्टी की स्थापना का प्रमुख उद्देश्य यह था कि देश की आर्थिक विकास की प्रक्रिया राज्य द्वार नियंत्रित हो तथा र ...Read More
Explanation : कुम्हरार (Kumhrar) में प्राचीन शहर पाटलिपुत्र के पुरातात्विक अवशेष पाए गए हैं। मौर्य राजधानी पाटलिपुत्र का सम्बन्ध कुम्हरार (Kumhrar) और बलंदीबाग के पुरातात्विक अवशेषों से है। यहाँ की खुदाई 1896 से 1929 तक तीन बार सीए मिल्ज के ने ...Read More
Explanation : बुलंदीबाग पाटलिपुत्र का प्राचीन स्थान था। बुलंदीबाग नामक प्राचीन स्थल मगध के समीप स्थित पाटलिपुत्र के लिए किया जाता है। यहां पर हुए उत्खनन में कुम्हार एवं बुलंदीाग से पाटलिपुत्र से संबंधित अभिलेखीय साक्ष्य मिले हैं। यहाँ की खुदाई ...Read More
Explanation : अमेरिका के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान ब्रिटिश सेना का कमांडर चार्ल्स कार्नवालिस था। 4 जुलाई 1776 को, तेरह अमेरिकी कॉलोनियों ने दूसरी बार फिलाडेल्फिया में सम्मेलन किया। थॉमस जेफरसन द्वारा एक पेपर का मसौदा तैयार किया गया था और तेर ...Read More
Web Title : Mahanubhav Sampraday Ka Sansthapak Kon Tha