किसको प्रारंभिक जैन ग्रंथ माना जाता है?

(A) सूत्रकृतंग
(B) त्रिपिटक
(C) महावस्तु अवदान
(D) अवदान कल्पलता

Question Asked : [RAS/RTS (Pre) GS 2006]

Answer : सूत्रकृतंग

जैन धार्मिंक ग्रंथों के 6 श्रेणियों - (i) द्वादश अंग (ii) द्वादश उपांग (iii) दश प्रकीर्ण (iv) षट्छेदसूत्र (v) चार मूल सूत्र एवं विधि धार्मिंक ग्रंथों में विभाजित किया गया। सूत्र कूदंग द्वादश अंग के तहत एक जैन ग्रंथ है। इसमें विभिन्न जैन मतों का वर्णन किया गया हैं। द्वादश अंग के अंतर्गत शामिल अनय जैन ग्रंथ है - (1) आचारांग सुत्त (2) एवं (3) स्वांग एवं समवायांग (4) भगवती सूत्र (5) ज्ञान धर्म कथा (6) उवासागदसाओ (7) अंतकृद्दशा (8) अनुत्तरोपपातिक दशा (9) प्रश्न व्याकरण (10) विकाल श्रुतम (11) दृष्टिवाद।
Tags : इतिहास प्रश्नोत्तरी प्राचीन काल भारत मध्यकालीन भारत
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Web Title : Kisko Prarambhik Jain Granth Mana Jata Hai