जैन आगम किस भाषा मे लिखे गये हैं?

(A) पाली
(B) प्राकृत
(C) मागधी
(D) अवयी

Question Asked : [IAS (Pre) Opt. History 1991]

Answer : प्राकृत

जैनध आगम की भाषा प्राकृत हे। यद्यपि कुछ जैन साहित्य संस्कृत में भी लिखे हुए मिलते हैं। जैन साहित्य जिसे आगम कहा जाता है इसमें 12 अंग, 12 उपांग, 10 प्रकीर्ण, 6 छंद सूत्र नन्दि सूत्र, अनुयोग और मूल सूत्रों की गणना होती है। आगमों की रचना संभवत: श्वेताम्बर संप्रदाय के आचार्यों द्वारा महावीर स्वामी की मृत्यु के बाद की गयी। इनकी कुल संख्या 12 है। (1) आचारांग सूत्र, (2) सूर्र्य कडगं, (3) थांगण, (4) समवायंग, (5) भगवती सूत्र, (6) न्याय धम्मकहाओ, (7) उवासगदसाओ, (8) अन्तगडदसाओ, (9) अगुत्तरोवताइय (10) पव्हावर्गारणआइं (11) विवागसुयं (12) दिट्ठिताय।
Tags : इतिहास प्रश्नोत्तरी प्राचीन काल भारत मध्यकालीन भारत
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Web Title : Jain Agam Kis Bhasha Me Likhe Gaye Hain