अध्वर्यु (Adhvaryu) का अर्थ है?

(A) धार्मिक मामलों में राजा का सलाहकार
(B) यज्ञ करने वाला पुरोहित
(C) यज्ञ के अवसर पर ऋचा पाठ करने वाला पुरोहित
(D) राजा का शिक्षक

Question Asked : [UPPCS (Pre) Spl. History 1993, 1998]

Answer : यज्ञ करने वाला पुरोहित

वैदिक संहिताओं में चार वेदों का वर्णन किया गया है ऋग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद एवं अथर्ववेद। इनके पुरोहित को भी अलग-अलग नामों से जाना जाता था। ऋग्वेद से संबंधित यज्ञ आदि कराने वाले पुरोहित की होता, यजुर्वेद से संबंधित यज्ञ को सम्पादित कराने वाले को अध्वर्यु, सामवेद के विद्वान को उद्गाता एवं अथर्ववेद से संबंधित पुरोहित जो यज्ञ को संपादित करवाता था, ब्रह्मा कहा जाता था।
Tags : इतिहास प्रश्नोत्तरी प्राचीन काल भारत मध्यकालीन भारत
Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
करेंट अफेयर्स 2023 और नवीनतम जीके अपडेट के लिए GK Prashn Uttar YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें
Related Questions
Web Title : Adhvaryu Ka Arth Hai