दक्षिण भारत की वृहद पाषाण समाधियां संबंधित है?

(A) पूर्व पाषाण काल से
(B) नव पाषाण काल से
(C) ताम्र पाषाण काल से
(D) लौह काल से

Question Asked : [UPPCS (Pre) Opt. History 2004]

Answer : लौह काल से

दक्षिणी भारत में पाषाण युग के बाद दक्कन के पठार तथा सुदूर प्रायद्वीप में महापाषाण संस्कृति का उदय हुआ। यह संस्कृति एक हद तक भारत के पूर्वी मध्य तथा उत्तर पश्चिमी क्षेत्रों में भी पाई जाती है। किंतु दक्षिणी भारत के संदर्भ में इसका विशेष महत्व है। महापाषाणीय संस्कृति की ऐतिहासिक महत्व की दो विशेषताएं हैं - (1) इसका लौह युग से अविरल रूप से जुड़ा होना तथा (2) काले एवं लाल मृदभाण्डों के आविर्भाव से संयुक्त होना।
Tags : इतिहास प्रश्नोत्तरी प्राचीन काल भारत मध्यकालीन भारत
Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
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Web Title : Dakshin Bharat Ki Varhad Pashan Samadhiya Sambandhit Hai