योग दर्शन के प्रतिपादक हैं?

(A) पतंजलि
(B) गौतम
(C) जैमिनी
(D) शुक्राचार्य

Question Asked : [UPPCS (Pre) GS 2006]

Answer : पतंजलि

प्राचीन साहित्य में दार्शनिक संप्रदायों की संख्या छ: मानी गयी है — जिन्हें 'षड्दर्शन' कहा जाता है। सांख्य दर्शन — प्रवर्तक महर्षि कपिल को माना जाता है इसका सबसे प्राचीन तथा प्रामाणिक ग्रंथ सांख्यकारिका है जिसकी रचना ईश्वर कृष्ण ने की थी। योग दर्शन — यह सांख्य का व्यावहारिक पक्ष है, इसका प्रवर्तक महर्षि पतंजलि को माना जाता है। न्याय दर्शन — प्रवर्तक गौतम को माना जाता है जिन्हें अक्षपाद भी कहा जाता है। वैशेषिक दर्शन — प्रवर्तक महर्षि कणाद माने जाते हैं। मीमांसा दर्शन — प्रणेता जैमिनी है जिनका ग्रंथ मीमांसा सूत्र है। वेदांत दर्शन — वादरायण
Tags : इतिहास प्रश्नोत्तरी प्राचीन काल भारत मध्यकालीन भारत
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Web Title : Yog Darshan Ke Pratipadak Hai