वर्णसंकर का क्या अर्थ है?

(A) धार्मिंक सभाएं
(B) सामाजिक वर्गों का अंतर्मिश्रण
(C) व्यापारियों का संघ
(D) कुम्हारों का संघ

Question Asked : [UPPCS (Pre) GS Ist History 2008]

Answer : सामाजिक वर्गों का अंतर्मिश्रण

याज्ञवल्क्य द्वारा वर्णित मीमांसा में उच्च जाति के पुरुषों का निम्न जाति की स्त्रियों से अनुमोनित रीति से (अनुलोम) विवाह और इसके विपरीत (प्रतिलोम) विवाहों के साथ-साथ अन्य विविध प्रकार के ​निषिद्ध विवाहों के परिणामस्वरूप वर्णसंकर जातियों की उत्पत्ति हुई। वर्णसंकर जातियों की सबसे लंबी सूची वैजयंती ने दी है जिसमें चौसठ वर्ण संकर जातियों का उल्लेख है।
Tags : इतिहास प्रश्नोत्तरी प्राचीन काल भारत मध्यकालीन भारत
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Web Title : Varnsankar Ka Kya Arth Hai