कौन सबसे पूर्वकालिक जैन ग्रंथ कहलाता है?

(A) बारह अंग
(B) बारह उपांग
(C) चौदह पूर्व
(D) चौदह उपपूर्व

Question Asked : [BPSC (Pre) 1995]

Answer : चौदह पूर्व

जैन धर्म के वास्तविक संस्थापक स्वामी महावीर द्वारा दिए गए मौलिक सिद्धांतों को चौदह पूव्वों (14 पूर्व) में संकलित किया गया। यही 'चौदह पूर्व' जैन धर्म के प्राचीनतम धर्म ग्रंथ है। बारह अंग तथा उपांग भी जैन धर्म में संबंधित हैं। बतादें कि इस प्रकार के प्राचीन एवं मध्यकालीन भारतीय इतिहास से सं​बंधित प्रश्न अक्सर पूछे जाते है। जिसके उत्तरों भी कभी नहीं बदलते है। इसलिए अगर आप संघ एवं राज्य सिविल सेवा या राज्यस्तरीय किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे है, तो इन्हें अच्छी तरह से याद कर लें। ताकि गलती की कोई संभावना न रहें।
Tags : इतिहास प्रश्नोत्तरी प्राचीन काल भारत मध्यकालीन भारत
Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
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Web Title : Kaun Sabse Purvkalik Jain Granth Kahlata Hai