भागवत संप्रदाय के विकास में किसका योगदान अत्यधिक था?

(A) पार्थियन
(B) हिंद यूनानी लोग
(C) कुषाण
(D) गुप्त

Question Asked : [BPSC (Pre) 1994]

Answer : गुप्त

भारत में भागवत धर्म (वैष्णव धर्म) का चरमोत्कर्ष चौथी पांचवीं शताब्दी में गुप्तों के शासन काल में हुआ। वैष्ण धर्म को गुप्त शासकों ने राजधर्म बनाया तथा देवगढ़ (झांसी), भितरगांव (कानपुर) एवं तिगवां (जबलपुर मध्य प्रदेश) में प्रसिद्ध विष्णु मंदिरों का निर्माण कराया। गुप्त राजाओं ने 'परम भागवत' की उपाधि धारण की तथा अपने सिक्कों में विष्णु के वाहन गरुड़ की आकृति खुदवाई। गरुड़ गुप्त वंश का राजचिन्ह था। गुप्तवंश में ही वैष्णव धर्म का प्रचार—प्रसार भारत से बाहर चीन, पूर्वी एशिया, हिंद चीन, कंबोडिया, मलाया एवं इंडोनेशिया तक हुआ। गुप्तों के पूर्व हिंदवयन शासक एण्टियालकिड्स के राजदूत हेलियोडोरम ने विदिशा में 'गरुड़ ध्वज' की स्थापना की तथा स्वयं को 'परम भागवत्' घोषित किया था।
Tags : इतिहास प्रश्नोत्तरी प्राचीन काल भारत मध्यकालीन भारत
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