भारत में शून्य काल की शुरुआत कब हुई?

(A) वर्ष 1962
(B) वर्ष 1975
(C) वर्ष 1984
(D) वर्ष 1964

Answer : वर्ष 1962

भारत में शून्य काल की शुरुआत वर्ष 1962 में हुई। ‘शून्य काल’ (Zero Hour) विशिष्ट भारतीय संसदीय व्यवहार है। प्रश्न काल और सभापटल पर पत्र रखे जाने के तत्काल पश्चात तथा किसी सूचीबद्ध कार्य को सभा द्वारा शुरू करने के पहले का लोकप्रिय नाम ‘शून्य काल’ है। चूंकि यह मध्याह्न 12 बजे शुरू होता है इसीलिए इसे शून्य काल कहते हैं। संसदीय प्रक्रिया में शून्य काल शब्द को औपचारिक मान्यता नहीं प्राप्त है। शून्य काल में किसी मामले को उठाने के लिए सदस्य प्रतिदिन पूर्वाह्न 10.00 से पूर्व अध्यक्ष को सूचना देते हैं। किसी मामले को उठाने या न उठाने की अनुमति या मामलों के क्रम का निर्णय अध्यक्ष पर निर्भर करता है। वर्तमान में शून्य काल के दौरान 20 मामले उठाए जाने की अनुमति है।
Tags : राजव्यवस्था प्रश्नोत्तरी
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Web Title : Bharat Me Shunyakal Ki Shuruaat Kab Hui