शून्य काल किसे कहते हैं?

(A) प्रश्नकाल से पहले का समय
(B) सत्र का पहला घंटा
(C) प्रश्नकाल और अगली कार्यसूची के बीच का समय
(D) जब विशेषाधिकार प्रस्ताव स्वीकार कर लिया जाए

Question Asked : [SSC स्टेनोग्रॉर परीक्षा, 2011], [SSC संयुक्त हायर सेकण्डरी (10 + 2) स्तरीय परीक्षा, 2010]

Answer : प्रश्नकाल और अगली कार्यसूची के बीच का समय

भारतीय संसद द्वारा विश्व संसदीय प्रणालियों में समाविष्ट अभिनव चर्चा प्रक्रिया 'शून्यकाल' संसदीय कामकाज के अंतर्गत प्रश्न काल के ठीक बाद का समय होता है। 12 बजे प्रारंभ होने के कारण इसे 'शून्यकाल' कहा जाता है यानि लोकसभा में कार्यवाही का पहला घंटा (11 से 12 बजे) प्रश्नकाल कहलाता है जबकि राज्यसभा में कार्यवाही के पहले घंटे को शून्यकाल (ज़ीरो आवर) कहते हैं। प्रश्नकाल में सांसद विभिन्न सूचीबद्ध मुद्दों पर प्रश्न करते हैं जिसकी शुरुआत राज्यसभा में 12 बजे से होती है। वहीं, शून्यकाल में सांसद बगैर तय कार्यक्रम के महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार व्यक्त करते हैं। शून्यकाल नाम 1960 और 1970 के दशक के प्रारंभिक वर्षों में समाचार-पत्रों मे उस समय दिया गया जब बिना पूर्व सूचना के संसद में अविलंबनीय लोक महत्व के विषय उठाने की प्रथा विकसित हुई।
Tags : राजव्यवस्था प्रश्नोत्तरी
Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
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Web Title : Shunya Kaal Kise Kehte Hain