मंगल पांडे को फांसी कब हुई?

(A) 8 अप्रैल, 1857 ई.
(B) 18 अप्रैल, 1857 ई.
(C) 8 अप्रैल, 2857 ई.
(D) 28 अप्रैल, 1857 ई.

Question Asked : UPPSC 2010

Answer : 8 अप्रैल, 1857 ई.

मंगल पांडे को फांसी 8 अप्रैल, 1857 ई. में हुई। चर्बीयुक्त कारतूसों के प्रयोग के विरुद्ध पहली घटना 29 मार्च 1857 को बैरकपुर की छावनी में घटी जहां मंगल पांडेय नामक एक सिपाही ने चर्बी लगे कारतूस के प्रयोग से इंकार करते हुए अपने अधिकार लेफ्टिनेंट 'वाग' और लेफ्टिनेंट 'जनरल ह्राूसन' की हत्या कर दी। जिसके परिणाम स्वरूप 8 अप्रैल, 1857 ई. की सैनिक अदालत के निर्णय के बाद मंगल पांडे को फांसी की सजा दे दी गई। “मारो फिरंगी को” नारा भारत की स्वाधीनता के लिए सर्वप्रथम आवाज उठाने वाले क्रांतिकारी “मंगल पांडे” की जुबां से निकला था। मंगल पांडे को आजादी का सर्वप्रथम क्रांतिकारी माना जाता है।
Tags : आधुनिक इतिहास आधुनिक भारत इतिहास प्रश्नोत्तरी
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Web Title : Mangal Pandey Ko Fansi Kab Hui