ऋषि का स्त्रीलिंग विदुषी होता है। ऋग्वेद में विदुषी स्त्री को 'ऋषि' कहते थे। विदुषी से अर्थ ऐसी स्त्री से है जो बहुत विद्वान हो। निम्न विदुषी महिलाओं के नाम वैदिक काल मे मिलते है। जैसे- विश्वआरा, अपाला, घोषा, लोपा, मुद्रा, रत्नावाली इत्यादि।
स्त्रीलिंग की परिभाषा–शब्द के जिस रूप से किसी प्राणी या वस्तु के स्त्री जाति के होने का बोध होता है, उसे स्त्रीलिंग कहते हैं। जैसे–औरत, शेरनी, धोबिन, नौकरानी, घोड़ी, मालिन आदि। वही,
पुल्लिंग शब्द में किसी प्राणी या वस्तु के पुरुष जाति के होने का बोध होता है। जैसे–आदमी, शेर, धोबी, नौकर, घोड़ा, माली आदि। याद रखें कि दिनों, महीनों, धातुओं, पहाड़ों, देशों, महाद्वीपों, खनिज पदार्थों, सागरों के नाम हमेशा पुल्लिंग होते है। जबकि भाषाओं, तिथियों, नक्षत्रों, नदियों, खेलों और झीलों के नाम सदैव स्त्रीलिंग होते है।
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