तेलंगाना कृषक आंदोलन क्या है?

(A) सत्याग्रह की समाप्ति
(B) देशमुखों तथा निजाम सरकार के विरुद्ध
(C) लगान अदायगी न करना
(D) फसल विभाजन में​ हिस्सा

Answer : देशमुखों तथा निजाम सरकार के विरुद्ध

तेलंगाना कृषक आंदोलन (वर्ष 1946) द्वितीय विश्व युद्ध के तुंरत बाद आरंभ हुआ था। यह कृषक गुरिल्ला युद्ध था। यह तेलंगाना क्षेत्र के देशमुखों तथा निजाम सरकार के विरुद्ध था, जिन्होंने उनकी अधिकांश उपजाऊ भूमि पर कब्जा कर लिया था तथा किसानों से कम दाम पर अनाज की जबरन वसूली की जाती थी। विद्रोह की चिंगारी किसानों के नेता कामरेड कमरैया की हत्या से पैदा हुई। गुरिल्लाओं ने अनेकों गांवों पर कब्जा कर लिया। इस आंदोलन को कम्युनिस्टों का सहयोग प्राप्त था। यह आंदोलन स्वतंत्रता के उपरांत भी तीन वर्ष तक चलता रहा। यह एक हिंसक संघर्ष था, जिसमें स्वतंत्रता उपरांत भी लगभग चार हजार कम्युनिस्ट और उग्रवादी किसान मारे गए। विनोबा भावे के भूदान आंदोलन के फलस्वरूप कुछ जमीनें किसानों को दी गई, पर जमींदारों का दमन दीर्घ समय तक चलता रहा।
Tags : आधुनिक इतिहास इतिहास प्रश्नोत्तरी
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Web Title : Telangana Krishak Andolan Kya Hai