Explanation : भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के कराची अधिवेशन में मूलभूत अधिकारों और आर्थिक नीति पर संकल्प पारित किया गया। काँग्रेस का यह अधिवेशन गाँधी इरविन समझौते या दिल्ली समझौते को स्वीकृति प्रदान करने के लिए 29 मार्च, 1931 को आयोजित किया गया था। इस अधिवेशन में दिल्ली समझौते को मंजूरी प्रदान की गई, पूर्ण स्वराज्य के लक्ष्य को पुनः दोहराया गया। इस अधिवेशन में काँग्रेस ने दो मुख्य प्रस्तावों को अपनाया- इनमें से एक मौलिक अधिकारों और दूसरा राष्ट्रीय आर्थिक कार्यक्रमों से सम्बद्ध था। मौलिक अधिकारों के अंतर्गत अभिव्यक्ति, प्रेस एवं संगठन बनाने की स्वतंत्रता प्राप्त हुई, सार्वभौम वयस्क मताधिकार के आधार पर चुनावों की स्वतंत्रता प्राप्त हुई। जबकि आर्थिक कार्यक्रमों के अंतर्गत कई प्रस्ताव पारित किए गए जिनमें-अलाभकर जोतों को लगान से मुक्ति, लगान और माल गुजारी में उचित कटौती आदि शामिल थे।....अगला सवाल पढ़े
Explanation : सुभाष चंद्र बोस का राजनीतिक गुरु चितरंजन दास था। वह देशबंधु के उपनाम से प्रसिद्ध थे। चितरंजन दास का जन्म 5 नवंबर, 1870 को कोलकाता में हुआ था। इनका ताल्लुक ढाका के विक्रमपुर के तेलिरबाग के प्रसिद्ध दास परिवार से था। इनके पिता भुवन ...Read More
Explanation : किसान घाट चौधरी चरण सिंह का समाधि स्थल (Kisan Ghat Samadhi Sthal) है। जो भारत के पांचवें प्रधानमंत्री (कार्यकाल 28 जुलाई 1979 – 14 जनवरी 1980) रह चुके है। चौधरी चरण सिंह का जन्म मेरठ जिले के नूरपुर गांव में 23 दिसंबर 1902 में हुआ ...Read More
Explanation : ठाकुर रोशन सिंह को 19 दिसंबर 1927 को इलाहाबाद (प्रयागराज) ज़िले की मालका/नैनी जेल में फांसी दी गई थी। इनका जन्म 22 जनवरी 1892 को, नवादा गाँव में कौशल्या देवी और जंगी सिंह के घर हुआ था। ठाकुर रोशन सिंह एक प्रबल राष्ट्रवादी थे, जो ...Read More
Explanation : रेगुलेटिंग एक्ट वर्ष 1773 में पारित किया गया। बंगाल के गवर्नर वारेन हेस्टिंग्स के समय ब्रिटिश संसद द्वारा कंपनी की गतिविधियों, ब्रिटिश सरकार को निगरानी में लाने, कंपनी की संचालन समिति में आमूल-चूल परिवर्तन करने तथा कंपनी के राजनी ...Read More
Explanation : चंपारण सत्याग्रह का संबंध बिहार राज्य से है। जो एक किसान विद्रोह था और भारत में ब्रिटिश औपनिवेशिक काल के दौरान शुरू हुआ था।चंपारण सत्याग्रह (Champaran Satyagraha) की शुरुआत गांधीजी द्वारा बिहार राज्य के चंपारण से की गई थी। चंपारण ...Read More
Explanation : अवध राज्य का अंतिम नवाब वाजिद अली शाह था। ये अमजद अली शाह के पुत्र थे। 1856 ई. में लॉर्ड डलहौजी ने कुशासन का आरोप लगाकर अवध पर अधिकार कर लिया और वाजिद अली शाह को कलकत्ता भेज दिया। बता दे कि पश्चिम के कन्नौज से लेकर पूर्व में कर्म ...Read More
Explanation : हैदराबाद के स्वतंत्र राज्य की स्थापना चिनकिलिच खां (Chin Qilich Khan) ने की थी। मुगल बादशाह मुहम्मदशाह द्वारा दक्कन में नियुक्त सूबेदार चिनकिलिच खां (निजामुलमुल्क) ने इसकी स्थापना 1724 ई. में की थी। मुहम्मदशाह ने 1722 ई. में चिनक ...Read More
Explanation : मुगल साम्राज्य का पतन वर्ष 1707 में हुआ था। क्योंकि इसके पतन की प्रक्रिया औरंगजेब की मृत्यु के साथ ही शुरू हो गई थी। औरंगज़ेब की नीतियों तथा उसके बाद के शासकों की असफलता ने पतन को अवश्यम्भावी बनाया। इतिहासकारों का मुगल साम्राज्य ...Read More
Explanation : अकबर द्वितीय शाहआलम द्वितीय के पुत्र थे। शाहआलम द्वितीय का मूल नाम शाहज़ादा अलीगौहर था। शाहआलम द्वितीय की मृत्यु के बाद उसका पुत्र अकबर द्वितीय (1806-37 ई.) मुगल बादशाह बना। यह भी अंग्रेज़ों का पेंशनभोगी बना रहा। अकबर द्वितीय अंग ...Read More
Explanation : आलमगीर द्वितीय के पिता का नाम जहांदारशाह (Jahandar Shah) और माता का नाम अनूपबाई था। इसका जन्म 6 जून 1699 को बुरहानपुर में हुआ था। इसका मूल नाम अजीजुद्दीन था। आलमगीर द्वितीय (1754-59 ई.) अपने वजीर इमादुलमुल्क का कठपुतली शासक था। इ ...Read More
Web Title : 1931 Ke Kis Adhiveshan Mein Maulik Adhikaro Ka Sankalp Paarit Kiya Gaya