Explanation : अवध में फैजाबाद के मौलवी के रूप में प्रसिद्ध, 1857 के भारतीय विद्रोह के प्रमुख व्यक्ति मौलवी अहमदुल्लाह शाह थे। इनको विद्रोह के लाइटहाउस के रूप में जाना जाता था। उस दौरान इस बगावत के नायकों में सबसे बड़ा नाम मौलवी अहमदउल्ला शाह फैजाबादी उर्फ नक्कारशा उर्फ डंका शाह फैजाबादी का था, जिन्हें उनके सबसे कट्टर दुश्मन अंग्रेज तक 'फौलादी शेर' कहते थे। शाहजहांपुर जिले की पुवायां रियासत के विश्वासघाती राजा जगन्नाथ सिंह ने भाई बलदेव सिंह ने 15 जून, 1858 को तब धोखे से गोली चलाकर मौलवी की जान ले ली, जब वे अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष में मदद मांगने उसकी गढ़ी पर गए थे। ....अगला सवाल पढ़े
मध्य प्रदेश में सबसे अधिक क्षेत्र में सोयाबीन फसल बोई जाती है। सोयाबीन एक तिलहन फसल है। मध्य प्रदेश में देश का लगभग 88% सोयाबीन पैदा किया जाता है। इसलिए इसे सोया राजधानी भी कहा जाता है। मध्य प्रदेश में लगभग 62 लाख हैक्टर में सोयाबीन की खेती की जाती ह ...Read More
Explanation : आइन-ए-अकबरी (Ain-i-Akbari) पांच भागों में विभक्त है, जिसमें आखिरी भाग 'अकबरनामा' हैं। इसकी रचना अकबर के दरबारी इतिहासकार अबुल फ़ज़ल द्वारा की गई थी। वास्तव में 'आइन-ए-अकबरी' उन नियमों का संग्रह है, जिनका निर्माण अकबर द्वारा अपने ...Read More
Explanation : कालिदास चंद्रगुप्त II के शासनकाल में थे। चंद्रगुप्त द्वितीय अथवा चंद्रगुप्त विक्रमादित्य का शासनकाल 380-412 ईसवी तक रहा। चंद्रगुप्त द्वितीय ने अपना साम्राज्य विस्तार वैवाहिक सम्बन्ध व विजय दोनों से किया जिसमें नाग राजकुमारी कुबेर ...Read More
Explanation : ज्ञानोदय पत्रिका के संपादक कन्हैयालाल मिश्र ‘प्रभाकर’ थे। कन्हैयालाल हिन्दी के कथाकार, निबंधकार, पत्रकार तथा स्वतंत्रता सेनानी थे। उनका जन्म 29 मई, 1906 में देवबंद गांव, जिला सहारनपुर में हुआ। उन्होंने "विकास", "ज्ञानोदय" और "नया ...Read More
Explanation : मुगल साम्राज्य में नील उत्पादन का सर्वाधिक प्रसिद्ध क्षेत्र बयाना था। 18वीं शताब्द की प्रमुख फसलों में धान, गेहूं, ज्वार-बाजरा इत्यादि थे। धान हिंदुस्तान के अधिकांश क्षेत्रों में उगाया जाता था जिसमें गंगा, ब्रह्मपुत्र, महानदी, गो ...Read More
Explanation : मुगल साम्राज्य में नील उत्पादन का सबसे प्रसिद्ध क्षेत्र बयाना (Bayana) था। बयाना आधुनिक राजस्थान के भरतपुर जिले में स्थित है। प्राचीन काल मे इसे बाणपुर कहा जाता था, जिसका संबंध बाणाुसर तथा उसकी पुत्री उमा से बताया जाता है। बयाना ...Read More
Explanation : तरनतारन नामक नगर की स्थापना सिख गुरु गुरु अर्जुन देव ने की थी। वे सिक्खों के 5वें गुरु थे। उन्होंने सिक्ख धर्म के प्रचार के लिए जगह-जगह संगतों की स्थापना करवाई। इन्होंने अमृतसर में तरनतारन एवं करतारपुर नगरों की स्थापना की। इन्हों ...Read More
Explanation : गुरु ग्रंथ साहिब में सूफी संत शेख फरीद की रचनाएं संकलित है। पंजाब के सूफी संतों में भक्त शेख फरीद जी का नाम प्रमुखता से आता है। भक्त शेख फरीद जी, बाबा फरीद जी, शेख फरीद जी, बाबा फरीद जी शकरगंज इत्यादि नामों से पहचाने जाने वाले शे ...Read More
Explanation : सिखों के पांचवें गुरू अर्जुन देव द्वारा संकलित पवित्र ‘आदिग्रंथ’ में बाबा फरीद नाम से मशहूर सूफी संत फरीदुद्दीन गंज-ए-शकर (Fariduddin Ganjshakar) के विचारों को संकलित किया गया है। रैदास, कबीर, नानक आदि संतों की भी वाणी ‘गुरू ग्रं ...Read More
यूक्लिड की रेखागणित (द एलिमेंट्स The elements) का अनुवाद संस्कृत में पंडित जगन्नाथ सम्राट (1652–1744) ने किया था। ये आमेर के शासक महाराजा जयसिंह द्वितीय के दरबार में सम्मानित वैज्ञानिक थे। ये भारत के संस्कृत, पालि, प्राकृत, गणित, खगोलशास्त्र, रेखागणि ...Read More
Web Title : 1855 57 Mein Danka Shah Naam Se Kaun Lokpriya Tha